पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के बाद पूरे देश शोकमग्न है, जब वह अस्पताल में भर्ती थे तो उनकी जीवन की कामना के लिए लोग दुआ मांग रहे थे, लेकिन उनका असर देखने को नहीं मिला. बीजेपी के अंशक माने जाने वाले अटल बिहारी वाजपेयी एक ऐसी शख्सियत थे जिन्हें राजनेता कम और लोकनेता ज्यादा कहा जाता था. हालहि में उनको लेकर एक हैरान करने वाला सच सामने आया है.
Like कीजिये हमारा फेसबुक पेज
यह है पूरा मामला
source
दरअसल आज पेट्रोल और डीजल के दाम आसमान छू रहे हैं, जब भी विपक्ष उसके खिलाफ आवाज उठाती है तो बीजेपी उस पर कोई कारवाई नहीं करती है और नजरंदाज करती है. लेकिन 45 साल पहले अगर देखा जाए तो अटल बिहारी वाजपेयी ने पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों को लेकर इंदिरा सरकार का जमकर विरोध किया था. जिसको आज तक शायद ही कोई भूल पाया होगा.
बैलगाड़ी में पहुंचे थे सांसद भवन
source
सूत्रों से पता चला है कि पेट्रोल डीजल की कीमतों का विरोध करने के लिए अटल बिहारी वाजपेयी संसद में बैलगाड़ी से आए थे. इतना ही जिन वाजपेयी जी की मीडिया गुणगान किया करती फिरती है वह लोगों को आधा सच बताकर भ्रमित करने का काम करती है. वाजपेयी ने बाबरी विध्वंस के वक्त कारसेवकों को भड़काया भी था.
कंप्यूटर के इस्तेमाल पर उठाई ऊँगली
source
आज के आधुनिक युग में कंप्यूटर ने हमारे लिए बहुत कुछ किया है, कंप्यूटर ने हमारे जीवन में बहुत बदलाव किए हैं. हमारी इनफार्मेशन का सबसे बड़ा साधन रहा है कंप्यूटर. लेकिन एक समय ऐसा भी था जब अटल बिहारी वाजपेयी ने कंप्यूटर पर रोक लगाने के लिए विरोध प्रदर्शन किया था. क्या कंप्यूटर पर रोक लगाकर वाजपेयी जी भारत के विकास को रोकना चाहते थे ये अभी भी एक बड़ा सवाल बना हुआ है.